
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो लोगों को लोन दिलाने के नाम पर उनसे पैसे ठग लिया करता था. पुलिस को एक शिकायत मिली थी कि रितेश तिवारी नाम का व्यक्ति अपने आप को गृह मंत्री के पीएस का करीबी बताता है. उसने कई लोगों को झांसे दिए कि वह उनका रुका हुआ काम करवा देगा.
इस सूचना के आधार पर पुलिस ने जब आगे की कार्रवाई की तो दो और शिकायतें मिलीं जिसमें यह बताया गया कि रितेश तिवारी अपने कुछ गैंग मेंबर्स की सहायता से लोगों को लोन दिलाने के नाम पर ठगी का काम कर रहा है. एक व्यक्ति जिसे उसने ₹25 करोड़ का लोन दिलाने का भरोसा दिलाया था और स्टैंप पेपर के खर्चे के नाम पर 12 लाख रुपए ठग लिए. उसने दिल्ली पुलिस को इस बाबत एक शिकायत दी. इसी तरह एक व्यक्ति ने यह शिकायत दी कि इसी गैंग के सदस्यों ने उन्हें भी 50 करोड़ का लोन दिलाने के नाम पर 32 लाख रुपए ठग लिए. इन शिकायतों पर केस दर्ज किए गए और आगे की तफ्तीश अमल में लाई गई .
तफ्तीश के दौरान यह पता चला की रितेश तिवारी जो कि सिविल लाइंस इलाके का निवासी है अपने कुछ मित्रों की मदद से ठगी का काम कर रहा है.
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इस गैंग ने एक फार्म हाउस किराए पर लिया था. वहां एक सेटअप तैयार किया जहां बाउंसर्स रखे गए और लोगों की तलाशी के इंतजाम किए गए. जो लोग वहां लाए जाते थे उनको यह झांसा दिया जाता था कि यह एक महत्वपूर्ण व्यक्ति का निवास स्थान है और शिकायतकर्ताओं की लोन संबंधी बातें कर ली गई है. उसके बाद स्टैंप पेपर खरीदने के नाम पर उनसे कुछ पैसे ठग लिए जाते थे.
दिल्ली पुलिस ने इस गैंग के 5 सदस्यों रितेश तिवारी, अजय जैन, भास्कर नाथ, अमन कश्यप और भीम पंडित को गिरफ्तार कर लिया है. इस गैंग के कुछ अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया जाना जाना है. आरोपियों के पास से एक फॉर्च्यूनर कार, दो जिप्सी और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं.